इन्टरनेट क्या है? What is Internet in hindi

हेलो दोस्तों आप सभी इंटरनेट का तो इस्तिमाल करते है मगर क्या आप इंटरनेट के बारे में जानते है अगर नहीं जानते तो यह लेख आपके लिए है आज हम आपको बतायेगे इन्टरनेट क्या है (What is Internet) इंटरनेट का इतिहास (History of Internet) , इंटरनेट की अवधारणा (Concept of Internet),

तो चलिए बिना समय गवाए जानते है What is Internet in Hindi

इन्टरनेट क्या है
What is Internet in hind

इन्टरनेट क्या है (What is Internet)

Internet एक नेटवर्क जाल होता है जो ग्लोबल स्तर पर सभी कंप्यूटरको इंटरकनेक्ट करता है। इन्टरनेट एक वाइड एरिया नेटवर्क होता है जो किसी इन्टरनेट यूजर को वेब पर स्टोर्ड ( स्थित ) किसी भी डाटा या इनफार्मेशन को एक्सेस करने की सविधा देता है।

इसके द्वारा प्रदत्त कई तरह का सर्विसेज़ है जैसे – ईमेल , वेब पोर्टल्स , चैट , सोशल नेटवर्किंग , ब्लॉगिंग , ऑनलाइन ट्राजेक्शन इत्यादि ।

विश्व में प्रतिदिन एक करोड़ से भी अधिक लोगो द्वारा उपयोग होने वाला , हज़ारो तकनीकों और दर्जनों सर्विसेज का एक बहुत ही काम्प्लेक्स कॉम्बिनेशन है। Internet केबल या टेलीफोन लाइन से जुड़े कम्पूटरो की एक ऐसे विश्वव्यापी अन्तर्सम्बन्धित  श्रृंखला है जिसके माध्यम से कही भी आंकड़ो व कार्यक्रमों को तत्काल प्राप्त या प्रेषित (send) किया जा सकता है।

इंटरनेट का इतिहास (History of Internet)

Internet की शुरुवात 1970 एवं 1980 के दशक में हुआ था। इंटरनेट ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) के नाम से डिफेन्स डिपार्टमेंट द्वारा शुरू किया गया था। 1974 में कई लोकल एरिया नेटवर्क ARPANET से TCP/IP की मदद से कनेक्ट किये जाते थे। सूचनाओं को आदान-प्रदान के लिए जिस नियम का प्रयोग किया जाता है उसे ट्रांसफॉर्मेशन कन्ट्रोल प्रोटोकॉल (TCP) या इन्टरनेट प्रोटोकॉल (IP) कहते है।   ट्रांसफॉर्मेशन कन्ट्रोल प्रोटोकॉल में डाटा कई छोटे-छोटे पैकेटो में विभाजित होता है जबकि इन्टरनेट प्रोटोकॉल का कार्य पैकेटो पर गन्तव्य पतो की सुचना डालना होता है। किसी भी कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने के लिए टेलीफोन लाइन का इस्तिमाल करके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से जोड़ना पड़ता था। भारत में इन्टरनेट सेवा का सर्वप्रथम उपयपग 15 अगस्त , 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा किया गया , उसके बाद अन्य कम्पनियो द्वारा भी Internet का उपयोग मुख्य रूप से किया जाने लगे।

इंटरनेट की अवधारणा (Concept of Internet)

जैसा की हम जानते है की इन्टरनेट क्या है यह एक विश्व स्तरीय इस्तेमाल होने वाला नेटवर्क है जिसमे एक Internet यूज़र कोई सुचना खोजे तो उसे वेब सर्वर के द्वारा जवाब या सुचना मिलती है। ये सूचनाएँ किसी वेबसाइट में लिखी होती है ( “जैसे आप हमारी वेबसाइट द्वारा आर्टिकल पढ़ के सुचना लेरे है” ). हम इन्टरनेट द्वारा सूचनाएं एक्सेस  कर पाते है। सारी वेबसाइट का अपना एक डोमेन होता है (जैसे हमारी वेबसाइट का डोमेन है digitalhindiduniya.com ). ये डोमेन हमारी वेबसाइट का एड्रेस होता है। जिसके माध्यम से इसे किसी वेब ब्राउज़र की मदद से एक्सेस किया जाता है।   इंटरनेट एक नेटवर्क सर्विस है जिसे किसी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर की मदद से इस्तिमाल किया जाता है। इन्टरनेट किसी की निजी प्रॉपर्टी (सम्पदा) नहीं होती है पर इसे मॉनिटर करने के लिए कुछ ऑथोरिटी होती है जैसे इन्टरनेट आर्किटेक्चर बोर्ड और इंटरनेट इंजीनियरिंग टास्क फाॅर्स। ये अथॉरिटीज़ इंटरनेट पर टेक्निकल या ऑपरेशनल प्रॉब्लम (समस्याओ) को ठीक करते है और साथ ही साथ इन्टरनेट पर किसी नियम कानून को जारी एवं निर्देशित करते है।

Preparing Computer For Internet Access

इन्टरनेट सर्विस को एक्सेस करने के लिए हमे यह सुनिश्चित कंप्यूटर सिस्टम की कॉन्फ़िगरेशन के उचित मापदंड को सुनिश्चित करना पड़ेगा ताकि इन्टरनेट सर्विस को बाधारहित एक्सेस किया जा सके।

Hardware And Software Requirement

यहाँ हम इंटरनेट तक पहुँचने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की आवश्यकताओं को देखेंगे। 2 GB RAM के साथ न्यूनतम  “P II प्रोसेसर” वाला कंप्यूटर। ऑपरेटिंग सिस्टम: विंडोज़ 95 या इसके बाद के संस्करण ( जैसे विंडोज 7 , 8 , 10 ) 34 Kbps या उच्च गति वाला एक मॉडेम

Internet Connectivity

आपके कंप्यूटर सिस्टम में इंटरनेट कनेक्टिविटी के भी सुनिश्चित करना पड़ेगा जो आपको इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर द्वारा उपलब्ध होती है। आज इन्टरनेट के कनेक्शन कई रूप में उपलब्ध है जैसे – ब्रॉडबैंड , डायल-अप , वाई-फाई इत्यादि। इनमे से कोई आप चुन सकते है और इन्टरनेट सर्विस इस्तिमाल कर सकते कर सकते है।

Basics of Internet Architecture

Internet एक नेटवर्क  होता है जो ज्यादातर क्लाइंट-सर्वर आधारित होता है और इंटरनेट आर्किटेक्चर वो विषय है जिसमे हम इन्टरनेट को संचालित करने वाले नियम कानून , तथ्य , नेटवर्किंग सिद्धांत इत्यादि को जानते एवं समझते है। जोसा की हम पहले ही नेटवर्किंग के प्रकार में चर्चा क्र चुके है की नेटवर्क कई तरह  के होते है लेकिन प्रायः डाटा या इनफार्मेशन खोजते वक़्त हम सुचना मांगते है हमे इंस्टेंट सुचना मिलती है। इस आधार पर यह ज्यादातर क्लाइंट-सर्वर नेटवर्किंग प्रतीत होता है जो इसका बेसिक आर्किटेक्चर है।

Content Delivery Network (CDN)

कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क एक कंटेंट वितरण(Delivery) नेटवर्क सर्वर होता है जो एक वृहद् पैमाने में इंटरनेट पर कई डाटा center को संचालित करता है। इसका उद्देश्य इंटरनेट यूजर को अच्छी उपलब्धता में प्रदान करना है। कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क आज इंटरनेट पर कई तरह के कंटेंट को वितरित करता है जैसे टेक्स्ट , ग्राफिक्स , स्क्रिप्ट मीडिया फाइल , सॉफ्टवेयर डॉक्यूमेंट , ई-कॉमर्स , लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग , सोशल नेटवर्किंग इत्यादि।

Domain Name System (DNS)

डोमेन नेम सिस्टम एक नाम निर्धारित करने एवं उनकी व्यवस्था का एक डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम है। यह डोमेन नेम को उनके सम्बंधित सूचनाओं से जोड़ता है ताकि उस डोमेन नेम से वो सम्बंधित सुचना को एक्सेस किया जा सके।  यह डोमेन नेम को नंबर आधारित IP एड्रेस में बदल  देता है जिससे इसे इंटरनेट पर कही भी स्थित किया जा सके। डोमेन नेम सिस्टम इंटरनेट की कार्य प्रणाली में महत्यपूर्ण हिस्सा है।

Internet Protocals

इन्टरनेट प्रोटोकॉल सबसे मुख्य कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल होती जो डाटाग्राम को नेटवर्क के सभी कोनो में पहुँचती है। इसके मुख्य कार्य इन्टरनेट नेटवर्किंग को स्थापित कर उसका संचालन करना है। ये सोर्स होस्ट से डाटा पैकेट को गंतव्य होस्ट तक पहुचाती है। इसका कार्य एड्रेसिंग मेथड को डिफाइन करना है  साथ ही साथ डाटाग्राम को सोर्स और डेस्टिनेशन के साथ नामित है।

Network Address Translation

नेटवर्क एड्रेस  ट्रांसलेटर एक नेटवर्क प्रोटोकॉल होता है जो इन्टरनेट प्रोटोकॉल के अंतर्गत वही इन्टरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस को इस्तिमाल कर नई डिवाइस को पब्लिक नेटवर्क से जोड़ता है। नेटवर्क प्रोटोकॉल को इन्टरनेट प्रोटोकॉल (IPv4 ) की सहायता के लिए ही विकसित किया गया है।

Proxy Server

प्रॉक्सी सर्वर एक सर्वर (एक कंप्यूटर सिस्टम या एप्लीकेशन) होता है जो किसी क्लाइंट कंप्यूटर को कोई रिसोर्स किसी अन्य सर्वर के माध्यम से पहुचाता है। एक क्लाइंट पहले प्रॉक्सी सर्वर से कनेक्ट होता है जो किसी सर्वर या रिसोर्स की रिक्वेस्ट करता है जैसे कोई फाइल , कनेक्शन ,वेब पेज या अन्य कोई रिसोर्स जो किसी अन्य सर्वर पर स्थिति होता है उसको प्रॉक्सी सर्वर की मदद से एक्सेस करता है। प्रॉक्सी सर्वर का निर्माण एक स्ट्रक्टर और कई अन्य सर्वर सिस्टम को जोड़ने एवं एकीकृत करने के लिए हुआ है। आजकल कई नई वेब प्रॉक्सी आ गयी है जो इंटरनेट पर विश्वस्तरीय कंटेंट को किसी रिक्वेस्ट पर उपलब्ध करती है।

Services on Internet

Internet एक ग्लोबल आधारित सुचना सिस्टम है जो मल्टीमीडिया सुचना को विश्व भर के करीब 4 मिलियन कम्पूटरो से उपलब्ध करता है। सामान्य इंटरनेट प्रयोक्ता केवल वर्ड-वाइड-वेब को ही इंटरनेट एक एक मात्र संसाधन समझता है। परन्तु सत्य यह है की इंटरनेट के द्वारा वेब प्रयोग तथा ई-मेल के अतिरिक्त भी अन्य मत्वपूर्ण सेवाये प्राप्त की जा सकती है। इन सेवाओं में फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल , इलेक्ट्रॉनिक मेल , गोफर , वर्ड-वाइड-वेब , टेलनेट , यूज़नेट , वेरानिका , आदि है। इंटरनेट एप्लीकेशन एरिया की सूची काफी विस्तृत है जिसका लाभ कंप्यूटर नेटवर्क स्थापित किया जा सकता है। इन्टरनेट सर्विसेज का मतलब इन्टरनेट पर विभिन्न सेवाओं को प्रदान एवं एक्सेस करने से है। आजकल इंटरनेट पर कई तरह की सर्विसेज उपलब्ध है।

Online Transation

आजकल सभी बैंक , फाइनेंसियल कंपनी अथवा साधारण यूज़र सभी इंटरनेट पर ऑनलाइन ट्रानजेक्शन करते है। एक बैंक के लिए अपने कस्टमर के वही कहते में लेन-देन के ब्योरे को दर्शाने एवं एंट्री करने के लिए तथा फाइनेंसियल कंपनी को फाइनेंसियल ट्रानजेक्शन को मूलभूत रूप देने के लिए इस्तिमाल लिया जाता है।

Content Searching

इन्टरनेट पर किसी भी तरह की सुचना एवं जानकारी के लिए हम विभिन्न सर्च इंजन की मदद से जानकारी प्राप्त कर पाते है।

Online Ticketing

इन्टरनेट की मदद से हम आज के समय में किसी भी ट्रेन का , एयरलाइन का , बस का , मूवी का टिकट आसानी से घर बैठे उनकी ऑफिसियल वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते है।

Online Application

आज के समय में हर सरकारी विभाग , प्राइवेट विभाग तथा अन्य महत्पूर्ण सेवाए को हासिल करने के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किये जाने लगे है।

E-Commerce

इंटरनेट की मदद से हम कोई भी सामान खरीद या बेच सकते है। आज मार्किट में उपलब्ध आम उपयोग की वस्तु को हम ऑनलाइन खरीद एवं बेच सकते है और इसका प्रचार एवं प्रसार कर सकते है।

Conclusion

आसान सब्दो में समझे तो इंटरनेट क्या है?”इंटरनेट एक नेटवर्क सर्विस है जिसे किसी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर की मदद से इस्तिमाल किया जाता है। इसके माध्यम से कोई भी सुचना आराम से  खोज सकते है    आज हमने इंटरनेट की बारे में पढ़ा है और इंटरनेट से जुडी ऐसे ही ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे। दोस्तों आपको हमारी आज की पोस्ट कैसे लगी / आज हमने आपको  इंटरनेट क्या है इसके  के बारे में डिटेल में बताया है।   अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी तो सब्सक्राइब करना न भूले और अगर आपको कोई डाउट हो या कोई मन में प्रश्न हो तो आप हमसे direct contact कर सकते है। उम्मीद है की मेरे दोस्तों को आज की पोस्ट पसंद आयी होगी /

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